What is ethernet in hindi

Internet को हमारी दुनिया में आए हुए काफी समय हो चुके है और उसके साथ बहुत सी Technology भी आई है उसमे से एक Technology है Ethernet, ये आपको शायद ही पता हो की जहाँ पर भी Internet है वहाँ पर Ethernet भी होता है आपने LAN (Local Area Network) के बारे में तो सुना होगा जब भी इस Network की बात होती है तब आपने Ethernet का नाम ज़रूर सुना होगा।
Ethernet वह तकनीक है जो आमतौर पर Wide Local Area Network (LAN) में उपयोग की जाती है LAN Computer और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का एक Network है जो एक घर, ऑफ़िस, बिल्डिंग जैसे छोटे एरिया को कवर करता है। Ethernet एक Network प्रोटोकॉल है जो यह नियंत्रण करता है की LAN पर डाटा कैसे Transfer किया जाए तकनीकी रूप से इसे IEEE 802.3 प्रोटोकॉल के नाम से जाना जाता है।

Ethernet Kya Hai

Ethernet का उच्चारण Ether+Net से किया जाता है यह एक Local Area Network Technology है इस Technology की मदद से Computers और Networking Devices को आपस में Connect किया जाता है और Information को Share किया जाता है इस Ethernet Technology की मदद से ही LAN में अलग-अलग Computer आपस में Information Share कर पाते है।
इस तरह का काम Ethernet Protocol का काम होता है जैसे- Information किस Format में Transmit होगी जिससे की वो एक LAN में Information को अच्छे से दूसरे Computers तक पहुँचा सके वो भी बिना Error के।Ethernet LAN Networking Device के बीच में Information को Share करवाता है।
Ethernet Technology में आप Cables की सहायता से Computers को Connect करते है सबसे पहले Ethernet Technology में Coaxial Cables ही इस्तेमाल की जाती थी पर अब इसमें Twisted Pair और Fiber Cables भी इस्तेमाल की जाती है। Ethernet Technology के साथ LAN कई प्रकार से बना सकते है जिसे Topology कहते है जैसे- Bus, Star, Ring और Mesh Topology आदि बना सकते है।

Ethernet Kaise Kaam Karta Hai

Ethernet Cable का इस्तेमाल LAN Setup करने के लिए किया जाता है यह बहुत कम Area कवर करता है जैसे की एक घर, स्कूल, या ऑफ़िस आदि के लिए किया जाता है जब कोई एक मशीन Network के द्वारा दूसरी मशीन को Data Send करना चाहती है तो सबसे पहले data packet ले जाने वाले को ढूंडती है जिससे की वो पता कर सके की कितने Wire Computers Network से Connected है फिर ये पता करता है की उनमें से पहले से ही किसी के पास Data Packet Available तो नहीं है, और Check करता है की Data Send करने का रास्ता साफ है की नहीं यदि सभी मशीन Free हो तो कोई भी एक मशीन Network में Data Send कर सकते है।
फिर Computer Network से जुड़े सभी मशीन Data को कहाँ Receive करे ये Check करने लग जाते है और फिर उस Packet या Data को वहाँ Receive कर लिया जाता है जहाँ उसे Receive होना होता है कुछ बार ऐसा भी होता है की एक मशीन Data को Send तो कर देता है। मगर दूसरे मशीन किसी और Data Packet को Receive करने में Busy होते है तो ऐसे समय में एक मशीन से भेजा गया Data Packet कुछ देर Wait करता है और जब वो मशीन Free हो जाती है तो वह Data Packet उस मशीन के पास वापस Send कर दिया जाता है जिससे की वो उसे Receive कर सके।

Ethernet Network Ke Prakar

Ethernet Network कई प्रकार के होते है चलिए जानते है उनके बारे में।

Fast Ethernet

ये एक प्रकार का Ethernet Network होता है जो की Twisted-pair Cable और Fiber Optic Cable की मदद से 10 Mbps से लेकर 100 Mbps तक की स्पीड से Data Transfer करने का काम करता है और Ethernet 10 Mbps की स्पीड से Data Transmit करने का काम करता है मगर यह Video Application के लिए Necessary Bandwidth Provide नहीं करा पता है। और जबकि अभी तक पुराने वाले Ethernet Version का इस्तेमाल किया जाता है।
Ethernet Standard को IEEE Standard 802.3 कहा जाता है और इसका Extended Version Fast Ethernet आया है इसको IEEE Standard 802.3U कहा जाता है इसे Fast Ethernet को Higher Transmission स्पीड के लिए बनाया गया है इसका Throughput Video, Multimedia, Graphics, Internet Surfing में बहुत अच्छा है यह तीन प्रकार के होते है।
  • 100BASE – TX इसे Level 5 Unshielded Twisted-pair Cable के इस्तेमाल किया जाता है।
  • 100BASE – FX इसे Fiber-optic Cable के साथ इस्तेमाल किया जाता है।
  • 100BASE – T4 इसे Level 3 Unshielded Twisted-pair Cable के लिए और दो वायरस का उपयोग करता है।

Gigabit Ethernet

ये एक प्रकार का Ethernet Network होता है जो की Twisted-pair Cable और Fiber Optic Cable की मदद से 1000 Mbps की स्पीड से Data Transfer करने में उपयुक्त है और यह सबसे Popular Network है। इसे Multimedia और Voice Over IP जैसे Applications के साथ बहुत जल्दी काम करने के लिए Develop किया गया है और इसे 1000 BASE-T के नाम से भी जाना जाता है Gigabit Ethernet को सपोर्ट करने Twisted-pair Cable Cat-5E Cable है।

10 Gigabit Ethernet

10 Gigabit Ethernet, Ethernet का सबसे नया Generation है जो Twisted-pair Cable और Fiber Optic Cable का उपयोग करके 10 GBPS (10,000 Mbps) तक Data Transfer करने में Capable है IEEE Standard 802.3ae Ethernet के एक Version को Define करता है और ये Gigabit Ethernet से 10 गुना Faster है। 10GBASE – LX4, 10GBASE – Er, 10GBASE – SR Optical Fiber Vable के आधार पर 10,000 मीटर तक की दूरी जोड़ने के लिए उपयोग किया जाता है।

Difference Between Internet And Ethernet In Hindi

अब हम आपको बताएँगे की Internet और Ethernet में क्या अंतर है।

Definition

Internet एक ऐसा Global System है जो दुनिया भर के उपकरणों को जोड़ने का कार्य करता है इसके लिए यह TCP/IP Protocol का उपयोग करता है Ethernet एक Networking तकनीकी है जो Local Area Network (LAN) में उपयोग की जाती है इसके जरिए किसी एक स्थान पर Computers को एक दूसरे से Connect किया जाता है।

Network Type

Internet एक Wide Area Network है जबकि Ethernet एक Local Area Network है Internet दुनिया भर में फैला हुआ है और Ethernet बस एक स्थान पर ही होता है।

Security

Internet के मुकाबले Ethernet ज़्यादा Security देता है। Ethernet में कोई और Network नहीं पहुँच सकता है जबकि Internet में User को खुली छूट होती है इसी लिए कोई भी User Network तक जा सकता है अपने काम की जानकारी प्राप्त कर सकता है।

Ethernet Cable Kya Hai

Ethernet Technology में मुख्य तरह से तीन Cables का उपयोग किया जाता है।

Coaxial Cable

इस तरह के Cable में Signal Wire होता है जो Insulator, Metal की Shield और Plastic के खोल से घिरा रहता है Insulator Signal को Control करता है और Metal की Shield Electromagnetic Interference से बचाती है क्योंकि Signal बीच में ही नष्ट ना हो सके और Plastic उसे बाहर पानी और आग से बचाता है। जानिए इसके Version के बारे में।
  • Thick Net
  • Than Net

Twisted-pair Cable

इस तरह की Cable Ethernet Technology में सबसे ज्यादा Use की जाती है Twisted-pair Cable में 2 या 4 Copper Wires के जोड़े प्लास्टिक के खोल से घिरे रहते है और एक दूसरे से लिपटे रहते है जिस से Cross Talk ना हो सके जब एक Wire का Signal दूसरे Wire के Signal को ख़राब करता है उसे Cross Talk कहते है। जानिए इसके version के बारे में।
  • Shielded
  • Un-Shielded
Twisted-pair Cable की कुछ Categories जो इस  प्रकार है।
  • Cat – 3
  • Cat – 5
  • Cat – 5E
  • Cat – 6

Fiber Optic Cable

Coaxial Cable और Twisted-pair Cable अपने Data को Electronic Signal के मदद से ले जाती है मगर Fiber Optic Cable अपने Data को Light की मदद से ले जाती है Fiber Optic Cable में पतले-पतले  धागे के सामान Wire होते है जो Plastic या Glass के होते है। इस Cable की Bandwidth दूसरी Metal Cable के मुक़ाबले ज़्यादा होती है और ये Cable दूसरी Cables से ज्यादा डाटा Carry कर करती है इसका Signal बहुत कम ख़राब होता है और ये दूसरी Cable से पतली और हलकी होती है। जानिए Fiber Optic Cable के Versions के बारे में।
  • Single Mode Fiber

  • Multi Mode Fiber
  •     
  •    
  •   
  •  ये एक Local Area Network Technology है. इस Technology की मदद से Computers और Networking Devices को आपस में connect किया ज्याता है और information को share किया ज्याता है. जैसे office में, College में, School में किया ज्याता है. “Ethernet” TCP/IP Stack के data link layer का Protocol है. इस Ethernet Technology की मदद से ही LAN में अलग अलग Computer आपस में Information share कर पाते हैं. ये Protocol मतलब Ethernet का काम है,   Information किस Format में Transmit होगा. जैसे की वो एक LAN में information अछे से दुसरे Computer तक पोहांचा सके बिना किसी Error के.
    Ethernet LAN में Networking devices के बिच में Information का Communication करवाता है. आप को इसको  को अछेसे समझाने के लिए एक आसन सा उदहारण लेते हैं. जैसे आपका Computer LAB. जहाँ पे Ethernet cable मतलब twisted pair cable की मदद से ही सारे Computer आपस में connected होते हैं. लेकिन जो Information आपके पास आपके Computer तक पोहंच ती है, उस Technology का नाम है Ethernet. जिसको Ethernet protocol भी बोला ज्याता है. वैसे आपको ये तो पता होगा OSI Network Model के 7 layers होते हैं उनमे से “Ethernet” data link layer और “physical layer “दोनों में काम करता है.
  • Ethernet data Transmission में दो तरह के यूनिट का इस्तेमाल करता है पहला Frame और दूसरा Packet (जैसे आप चावल को Packet में भी तोलते हो, आप इससे किलो ग्राम में, और टन में भी तोलते है ऐसे ही data Frame और Packet दोनों रूप में network से गुजर ता है). Frame केवल Payload को लेके नहीं ज्याता बल्कि वो MAC Address को भी साथ में लेके ज्याता है. MAC address Computer का address होता है, जैसे की वो Sender और Receiver Computers का पता प्राप्त कर सके.

    Ethernet का इतिहास (History of Ethernet in Hindi)

    सुरुवात में Ethernet को Alto Aloha Network बोला ज्याता था. इसको बनाने वाली company का नाम है Xerox PARC. जिसको सन 1973 में Robert Metcalfe ने इजात किया था कुछ और लोगों के साथ मिलके. ये एक पहला network था जो की CSMA/CD (Carrier Sense Multiple Access/ Collision Detection) Technology का इस्तेमाल करता था. Ethernet तब से अब तक का सबसे तेज और भरोसेमंद network रहा है. जो की अब तक हर जगह मोजूद है. सन 1980 तक ये दुनिया के हर कोने में इस्तेमाल होने लगा था.
  • Ethernet सुरुवाती दोर में अथिकतम 10 Mega bits per second की speed से चलता था. उसकेबाद बदलते Technology की वजह से 100Mbps की speed से ये काम करने लगा जिसको Fast Ethernet बोला गया. बादमे 1000Mbps जिसको gigabit Ethernet बोला गया और 10 gigabit Ethernet तक अब speed है. जो की अब दोर का सबसे तेज है. आम तोर पर Ethernet cable की लम्बाई 100 मीटर होती लेकिन इस cable की मदद से हम स्कूल, college और office को आसानी से connect कर सकते हैं.
  • Ethernet Network के लिए कोनसे Component चाहिए

    1. Ethernet Cable
    2. Ethernet HUB
    3. Crossover Cable
    4. Router

    1) Ethernet Cable

    Ethernet cable की मदद से दो या दो से अधिक Computer को आपस में जोड़ सकते हैं.  जिसके जरिये data या Information आना जाना कर सके. LAN network में एक ही तरह के ईथरनेट cable का इस्तेमाल होता है. इन  cables के  उदाहरण जैसे twisted pair cable और fiber optics cable.

    2) Ethernet HUB

    ये एक Networking device है जिसके जरिये हम सारे Computers के cable (तार) को आपस में जोड़ सकते हैं. Hub एक network के सारे Computer को अपसा में जोड़ता है. एक hub में बोहत सारे Ethernet port रहते है. जिसमे इन cables को जोड़ा ज्याता है.
  • 3) Crossover Cable

    इस cable को हम Ethernet cable के बदले में इस्तेमाल कर सकते है. इसका भी वही काम है, जब हम दो या दो से अधिक Computer को अपसा में connect करते है तब इसका इस्तेमाल होता है.

    4) Router

    इसका नाम तो आप सुने ही होंगे जब भी हम wifi Network की बात करते हैं. ये सब्द जरुर सुनने को मिलता है. Router भी एक networking device है जिसके जरिये Network से आने वाला Data Computer तक पोहंच ता है. और Computer से data दुसरे network में चला ज्याता है. ये device Route मतलब रास्ता निर्धारित करती है. अब तक आप जान ही गए Ethernet क्या है. अभी आप जानोगे ये कितने प्रकार के हैं और क्या क्या हैं.

    Ethernet Network के प्रकार (Types of Ethernet network in hindi)

    1. Ethernet

    ये तो आपको पता चल ही गया Ethernet एक LAN Technology है. एक Standard Ethernet network 10 megabits per second पे काम करता है. इस Technology का performance काफी अच्छा है क्यूंकि ये सस्ता है और  high speed data transmission देता है . आसानी से हम इसे install कर सकते हैं. ये दुनिया के सारे Computer का एक Universal LAN network Technology है. 10BASE-T इस ईथरनेट Technology का एक उदहारण है. सारे protocols को ये support करता है, इसलिए ये ख़ास है.
    Institute for Electrical and Electric Engineering ने एक Ethernet Standard (मानक) को बनाया जिसको IEEE Standard 802.3 बोला ज्याता है. इस Standard में कुछ Rule बनाये गए जिस्से सारे Ethernet network को आसानी से Configure किया जा सके. इसके साथ साथ इस RULE की मदद से जितने भी इस network के elements है वो आपस में interact कर सके. और Communicate कर सके.

    2. Fast Ethernent

    धीरे धीरे Ethernet का अगला Standard (मानक) उभर के बहार आया. जिसको बोला गया Ethernet Standard IEEE 802.3u. इसकी transmission speed करीबन 10 Mbps से 100 Mbps है. बस Ethernet cable में थोड़े मोड़े बदलाव किये गए और Fast Ethernet बनाया गया. fast Ethernet का throughput “videos, Multimedia, Graphics, Internet” के मामले में बोहत बढ़िया है. इसमें error detection और correctoin का mechanism इस्तेमाल हुआ है.
    वैसे तो 3 प्रकार के Fast Ethernet है: 100BASE-XT इसको Level 5 UTP (Unshielded Twisted Pair) cable के साथ इस्तेमाल किया ज्याता है. 100BASE-FX को fiber Optics cable के साथ इस्तेमाल किया ज्याता है. 100BASE-T4 जो 2 EXTRA wire को उपयोग करता है. इसको level 3 UTP के साथ इस्तेमाल किया ज्याता है. 100BASE-TX जो की बहुत ही लोक प्रिय Fast Ethernet Standard है.
    अगर आप पहले से मोजूद 10BASE-T Ethernet में बदलाव करके अगर आप 100BASE-T को configure करना चाहते हो. तो आपको कुछ चीजों का आकलन करना बोहत ही जरोरी है. जैसे कितने user हैं, और क्या क्या Hardware चाहिए. अब आगे हम बात करें तो Gigabit Ethernet जो की भिस्यत की अगली तकनीक है. जो की Fast Ethernet से भी बहतर data speed देने का वादा करती है. तो चलिये इसके बारे में जानते हैं.

    3. Gigabit Ethernet

    Multimedia और Voice Over IP (VoIP) को उपयोग करने के लिए तेज चलने वाले network की जरुरत पड़ी.  इस speed को हासिल करने के लिए gigabit Ethernet को बनाया गया. इसको “Ethernet-over-Copper” 1000BASE-T, 1000BASE-SX, 1000BASE-LX, और GigE ये सब इसके उदहारण है. इसको IEEE 802.3z Standard में निर्धारित किया गया है. फिल हाल के दोर में ये बोहत सारे company का रीड की हडी जैसे काम करता है. ये 100BASE-T से 10 गुना तेज है.
    मोजुदा 10 और 100 Mbps cards को हम Gigabit Ethernet में डाल सकते हैं. जिसकी मदद से हम switches, Routers और server को interconnect कर सकते हैं और Performance को बढ़ा सकते हैं. data link layer की उपरी परत से अगर हम देखेंगे तो Gigabit दुसरे Ethernet के समान ही दिखेगा. और इसका implementation भी वैसे ही है. दोनों Ethernet मतलब fast  और Gigabit  में महत्वपूर्ण अंतर बस यही है. Gigabit Ethernet full duplex को समर्थन करता और data Rate भी काफी अच्छा है.

    4. 10 Gigabit Ethernet

    ये  सबसे तेज और सबसे आधुनिक Ethernet Standard  है. जो की IEEE 802.3ae version में आता है. इसकी data transfer रेट की बात करें तो 10 Gbps पे काम करता है. ये पहले वाले gigabit Ethernet से 10 गुना तेज है.
    दुसरे Ethernet से भिन्न, ये पूरी तरह से Optical fiber cable connection पे काम करता है. ये Standard  LAN design से काफी अलग है क्यूंकि ये data को सारे nodes पे Broadcast मतलब प्रसारित करता है. अब तक इसको commercial Standard की स्वीकृति नहीं मिली है. क्यूंकि ये पूरा नया है. और वैसे इसके Media type के बारे में निचे Table में दिया गया है.
    Table को देख के आप आसानी से सब समझ सकते हो. जैसे की कुछ जानकारी दी गई है IEEE Standard, data rate, Media type और Maximum Distance.
    Types of Ethernet network in Hindi

    Ethernet कैसे काम करता है (How Ethernet Works in Hindi)

    अगर आपके पास थोडा Computer science का knowledge है तो बड़ी आसानी से आप इस को समझ सकते हो. लेकिन हम आपको सरल भाषा में इसको समझते हैं. जैसे की आपको पता है Ethernet एक LAN technology है. जिसमे data “packet और Frame” के unit में Travel करता है. ये भी उपर समझाया गया था की ये CSMA/CD (Collision Sense Multiple Access/ Collision Detection)Mechanism का इस्तेमाल करता है.
    CSMA/CD मदद से जब भी Ethernet network में एक Computer दुसरे Computer को packet (data) भेजता है. तब ये  main तार (cable) को sense करता है (क्या पता main cable में कोई packet पहले से ही हो). अगर तार में कोई packet नहीं है तब Ethernet packet को main तार में send करता है .(main तार वही है जिसके साथ सारे Computer जुड़े हुए होते हैं) network में जितने भी devices या फिर Computer Connected है वो सब उस packet के Destination address को Check करते हैं. और जिस के साथ वो address मिलता है वही उस Packet को ले लेता है.
    अगर main cable ब्यस्थ है तो तो वो Computer 1 second के 1000 में हिसे तक इंतजार करता है और जब भी main cable free होता है वो वापस Packet को भेजता है. CD मतलब Collision Detection की मदद से अगर network में कहीं भी कोई टकरार हो ज्याता है. तो ये उसे Detect करके दिखता है और दुसरे device को बताता है. अब तक तो आप जान गए Ethernet क्या है और कैसे काम करता है. लेकिन अब थोडा बोहत Ethernet cable के बारे में जान लेते हैं.

    Ethernet Cable के प्रकार

    वैसे मै यहाँ पे Ethernet cable को निचे category, cable type और Maximum data Transmission speed, Maximum bandwidth के हिसाब से इसके प्रकार को निचे table में दिया गया है. उससे आप आसानी से सब समझ सकते हो.

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